Independence day 2023: भारत मनाएगा आजादी का 77 वां स्वतंत्रता दिवस पर्व, पढ़ें पूरी जानकारी

 Independence day 2023: भारत मनाएगा आजादी का 77 वां स्वतंत्रता दिवस पर्व, पढ़ें पूरी जानकारी:

 Independence day 2023: भारत मनाएगा आजादी का 77 वां स्वतंत्रता दिवस पर्व, पढ़ें पूरी जानकारी:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये लगातार 10 वां स्वतंत्रता दिवस संबोधन होगा|(  Independence Day 2023) देश की आजादी का यह  77 वां स्वतंत्रता पर्व है| इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण करेंगे और राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे|

अपना देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुए 76 वर्ष कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पूरा करने वाला है| प्रतिवर्ष हम आजादी के इस राष्ट्रीय महोत्सव को बड़े ही धूमधाम और राष्ट्रभक्ति से प्रेरित होकर मनाते हैं| इसके साथ ही इतने बड़े राष्ट्रीय उत्सव के मौके पर दिल्ली से लेकर जम्मू कश्मीर तक सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम भी किया गया है|

देश की राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम होगा इसलिए यहां लाल किले के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण और राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे| भाजपा के वह पहले प्रधानमंत्री होंगे जो लगातार 10 वां स्वतंत्रता दिवस संबोधन करेंगे|

किस समय समारोह की शुरुआत होगी:

हर साल की तरह इस साल भी सुबह 7:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में लाल किले की प्राचीर पर ध्वजारोहण के साथ समारोह की शुरुआत होगी| एवं बड़े ही हर्षोल्लास के साथ यह पर्व मनाया जाएगा|

समारोह में क्या-क्या होगा:

सबसे पहले प्रधानमंत्री महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद लाल किला पहुंचेंगे| वहां उनका स्वागत देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने करेंगे | इसके बाद प्रधानमंत्री को ” गार्ड ऑफ ऑनर” दिया जाएगा| इसके बाद प्रधानमंत्री जी लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे| सेना का बैंड ध्वजारोहण और राष्ट्रीय सलामी के दौरान राष्ट्रगान बजाया जाएगा| जैसे ही प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करेंगे, वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी| इक्कीस तोपों की सलामी के साथ इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा| इसके बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे|

समारोह में कौन-कौन मेहमान शामिल होंगे:

आजादी के 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर कार्यक्रम में 1800 विशेष मेहमान शामिल होंगे| जिनमें 660 वाइब्रेंट गांव के 400 सरपंच शामिल है| इनके अलावा किसान उत्पादन संगठनों से जुड़े 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना के 5050 लाभार्थी, 50 श्रम योगी, जिन्होंने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट और नए संसद भवन के निर्माण में योगदान दिया, सीमा पर सड़कों का निर्माण करने वाले कर्मी, 50 खादी कर्मचारी, अमृतसर ओवरों का निर्माण करने वाले 50 कर्मी, और हर घर जल योजना में काम करने वाले 50 कर्मी, 50 प्राइमरी स्कूल के अध्यापक, नर्सें और मछुआरे आदि मेहमान इसमें शिरकत करेंगे|

किस प्रकार समारोह में शामिल हो सकते हैं:

लाल किले के इस समारोह में 26484 लोगों की क्षमता है| समारोह में 30 से 40 लोगों के आने की उम्मीद है| इसके लिए ई टिकट प्राप्त करना होगा|

इंडिया गेट तिरंगे के रंग में जगमगाया:

स्वतंत्रता दिवस पर पूरे देश में जश्न का माहौल रहेगा| राजधानी दिल्ली में ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों को लाइटिंग से सजाया गया है इंडिया गेट भी तिरंगे के रंग में सरोवर दिखाई देगा|

पीएम मोदी से देश को अहम घोषणाओं की उम्मीद:

प्रधानमंत्री मोदी 2014 के बाद से अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में देश की प्रगति के लिए किए गए कार्यों का विश्लेषण कर सकते हैं| साथ ही आगामी वर्षों के लिए देश को विकास के पथ पर बढ़ाने के लिए विकास कार्यों का जिक्र भी कर सकते हैं| वही अगले वर्ष चुनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ अहम घोषणाओं की उम्मीद भी की जा रही है| पहले उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान और जनधन खातों जैसे कई नए कार्यक्रमों की घोषणा लाल किले की प्राचीर से ही की थी|

स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर जाने भारतीय तिरंगे से जुड़े महत्वपूर्ण पहलू:

देश आज अपना 77 वां स्वतंत्रता पर्व मनाने जा रहा है| आजादी के इन क्षेत्र वर्षों में हमने कई उपलब्धियां हासिल की है| लेकिन यह उपलब्धियां इतनी आसानी से प्राप्त नहीं हुई| इसके लिए हमारे देश के अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया है, कई आंदोलन किए तब जाकर वर्षों के संघर्ष के बाद देश को आजादी मिली आइए जानते हैं, देश की आजादी से जुडी  15 बेहद खास बातें:

  1. वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज को भारत ने 22 जुलाई 1947 को अपनाया था| वर्तमान में हमारा जो राष्ट्रीय ध्वज है वह कहीं परिवर्तनों के बाद इस रूप में आया है | मौजूदा रूप वाले तिरंगे के इस डिजाइन को 1921 में तमिलनाडु के एक किसान पिंकली वेंकैया द्वारा तैयार किया गया था| पहले ध्वज में केसरिया और हरा रंग ही थे परंतु बाद में महात्मा गांधी के विचार से बीच में सफेद पट्टी और अशोक चक्र का डिजाइन शामिल किया गया|
  2. इसके साथ ही दिसंबर 2021 तक केवल खादी विकास और ग्रामोद्योग के पास ही हमारे ध्वज को बनाने या आपूर्ति करने का लाइसेंस था | 30 दिसंबर 2021 को इसमें संशोधन किया गया और पॉलिएस्टर से बने राष्ट्रीय ध्वज या मशीन से बने झंडे को भी अनुमति दी गई|
  3. देश के प्रथम स्वतंत्रता दिवस पर कोई राष्ट्रगान नहीं था| जन गण मन का बांग्ला संस्करण 1911 में लिखा गया था लेकिन इसे हमारे राष्ट्रगान के रूप में 1950 में स्वीकार किया गया|
  4. महात्मा गांधी पहले स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा नहीं थे| दरअसल वह 15 अगस्त 1947 को नो आखली , बंगाल(अब बांग्लादेश में है) गए थे| वह वहां हिंदू मुस्लिम के बीच उपजे तनाव को कम करने का प्रयास करने के लिए गए थे| उन्होंने खून खराबा रोकने और शांति स्थापित करने के लिए अनशन आरंभ किया था|
  5. महात्मा गांधी चाहते थे कि कांग्रेस  पार्टी समाप्त हो जाए क्योंकि स्वतंत्रता प्राप्त करने का उनका उद्देश्य पूरा हो गया था| हत्या से 1 दिन पहले महात्मा गांधी ने कांग्रेस का मसूदा संविधान लिखा था|
  6. जब भारत स्वतंत्र हुआ तब गोवा एक पुर्तगाली शासन के अधीन था| 1961 में यह भारतीय संघ में शामिल हुआ| आजादी के बाद भारत में 17 प्रदेश और 550 से अधिक रियासतें थी| अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद यह रियासतें या तो भारतीय संघ या फिर पाकिस्तान में शामिल हो गई| वर्तमान में भारतीय संघ में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश शामिल है|
  7. भारत का राष्ट्रगान जन गण मन अधिनायक जय है’ 27 दिसंबर 1911 में पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वार्षिक सम्मेलन में गाया गया था| इस गीत को आवाज रविंद्र नाथ टैगोर की भतीजी, सरला देवी चौधुरानी ने दी थी| उन्होंने यह गीत स्कूल के एक प्रोग्राम में गाया था | वर्तमान में राष्ट्रगान की धुन आंध्र प्रदेश के एक छोटे से जिले मदन पिल्ले से ली गई है |
  8. हैदराबाद भारतीय संघ का हिस्सा बनने वाली अंतिम रियासत थी| 26 जनवरी 1950 को हैदराबाद राज्य नियमित तौर पर भारत का हिस्सा बन गया| उसी दिन भारत का संविधान लागू किया गया था|
  9. 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था| बल्कि इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा के बाद हुआ| इस लाइन को ब्रिटिश वकील सर सीरिल रेडक्लिफ ने खींची थी|
  10. 1975 में सिक्किम भारतीय संघ में शामिल होने वाला अंतिम और 22 वां राज्य बना| इससे पहले सिक्किम एक भारतीय संरक्षित राज्य था|
  11. लाल किले की प्राचीर पर प्रत्येक साल देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं| इस किले का निर्माण 5 वें मुगल बादशाह शाहजहां ने कराया था| साल 2007 में इस किले को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल कर लिया|

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